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वीडियो प्रतिलेखन

थोड़ी कहानी जो नहो सकी पूरी

मित्ती सी इश्वाल हवा में मूरी

सप्नों के जहां में हम खो गए

दिल के फसाने रहों में रहे गए

वो खाब जो आखो में छुपके से आये

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